यूपी: आकाश आनंद को पदों हटा दिया गया
Newsaaj24.com में आपका स्वागत है, बसपा ने एक दिन पहले ही आकाश आनंद को पार्टी के सभी पद हटा दिए थे। उन्होंने साफ कर दिया कि अब पार्टी में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं बनेगा। अब इस मामले में आकाश आनंद ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना पक्ष लिखते हुए पोस्ट किया।
उन्होंने लिखा कि मैं सिद्धार्थ जी का कैडर हूं,
और नेतृत्व में मैंने उनके त्याग, निष्ठा और परोपकार की कभी न भूलने वाली सीख ली है, सब मेरे लिए सिर्फ एक विचार नहीं बल्कि जीवन का उद्देश्य है। आदर्श बहन जी का हर निर्णय मेरे लिए स्टोन के सिद्धांतों पर आधारित है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं और उस फैसले को शिष्या पर रखता हूं।
मायावती जी ने मुझसे कहा कि पार्टी की पूरी ताकत से व्यक्तिगत रूप से मुक्त होने का निर्णय है, लेकिन साथ ही अब बड़ी चुनौती है, चुनौती कठिन है और लड़ाई लंबी है।
ऐसे कठिन समय में धैर्य और दृढ़ संकल्प ही शिष्य हैं। मैं पार्टी और मिशन के लिए पूरी निष्ठा से काम करता हूं और अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता हूं।
रिपब्लिकन पार्टी के कुछ लोग सोच रहे हैं कि पार्टी के इस फैसले से मेरी राजनीतिक दोस्ती खत्म हो गई है, उनमें यह भी शामिल है कि मुस्लिम पार्टी ने कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह लाखों कट्टरपंथियों, शोषितों, कट्टरपंथी पंथियों और गरीबों के रूमान और रुमानियत की लड़ाई है।
यह एक विचार है, एक आंदोलन है, जिससे कोई बच नहीं सकता। इस मशाल को जलाए रखें और इसके लिए लाखों आकाश आनंद हर संभव प्रयास करने के लिए हमेशा तैयार रहें।
बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री आशुतोष ने आकाश आनंद को अपने सभी समर्थकों से पार्टी में शामिल कर लिया है और अपने पद का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह मामला एक साल की आंतरिक कार्रवाई का है। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि अब उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं बनेगा।
उनके भाई आनंद कुमार (आकाश के पिता और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) और केंद्रीय समन्वयक रामजी गौतम को राष्ट्रीय समन्वयक बनाने के साथ ही उन्हें ऑर्केस्ट्रा में पार्टी संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी भी दी गई है।
रविवार को राजधानी स्थित पार्टी कार्यालय में विश्वनाथ से आये बुजुर्गों के साथ बैठक में तानाशाह सुप्रीमो ने आकाश आनंद के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी। खबरों में कहा गया है कि बैठक में शामिल होने के लिए आकाश भी शामिल था, लेकिन आशुतोष का रुख बैठक में शामिल नहीं था।
बैठक में आशुतोष ने कहा कि मेरे लिए पार्टी और यात्रा पहले है। भाई-बहन और उनके बच्चे और अन्य अलग-अलग भूमिकाएँ आदि सब बाद में आती हैं। वह पार्टी के लोगों के प्रति निष्ठावान हैं कि जब तक मैं जीवित हूं,
पार्टी को पूरी तरह से और निष्ठा के साथ आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। पार्टी दार्शनिकों की समीक्षा के दौरान उन्होंने समिति की बैठक में भावी कार्यक्रम के लिए दिशा-निर्देश भी दिये।
आकाश आनंद न्यूज़: बीएसपी प्रमुख मायावती ने साल 2019 में भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय समन्वयक बनाया था और अपने छोटे भाई यानी आकाश के पिता आनंद कुमार को बीएसपी का उपाध्यक्ष बनाया था. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भतीजे आकाश आनंद को बीएसपी से निष्कासित कर दिया है.
मायावती ने कल (2 मार्च) आकाश आनंद को पार्टी के सभी महत्वपूर्ण पदों से हटा दिया था.
अब बीएसपी प्रमुख मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित किए जाने की जानकारी दी है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- “कल बीएसपी की अखिल भारतीय बैठक में आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के लगातार पार्टी हित से अधिक प्रभाव के कारण राष्ट्रीय समन्वयक समेत सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया, जिसके लिए उन्हें पश्चाताप करना पड़ा और अपनी परिपक्वता का परिचय देना पड़ा.” पूर्व सीएम ने आगे लिखा- “लेकिन इसके विपरीत आकाश द्वारा दिया गया लम्बा उत्तर उनके पश्चाताप और राजनीतिक परिपक्वता का प्रतीक नहीं है, बल्कि वह अपने ससुर के प्रभाव में स्वार्थी, अहंकारी और गैर-मिशनरी हैं, जिनसे बचने की सलाह मैं पार्टी में ऐसे सभी लोगों को देती रही हूं और उन्हें दंडित भी करती रही हूं।”
उन्होंने लिखा
अतः परम पूज्य बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के स्वाभिमान और स्वाभिमान आंदोलन के हित में तथा मानवेंद्र कांशीराम की अनुशासन परंपरा का पालन करते हुए आकाश आनंद को उनके ससुर की तरह पार्टी और आंदोलन के हित में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।”
ससुर अशोक सिद्धार्थ को ठहराया जिम्मेदार
बता दें कि 2 मार्च (रविवार) को लखनऊ में हुई बसपा की राष्ट्रीय स्तर की बैठक के बाद मायावती ने बयान जारी कर कहा था कि पार्टी के हित में आकाश आनंद को उनकी सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। इस बयान में कहा गया कि इस कार्रवाई के लिए पार्टी नहीं बल्कि उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
आकाश आनंद ने क्या कहा
बीएसपी से सभी जिम्मेदारियों से मुक्त होने पर आकाश आनंद ने x पर पोस्ट कर कहा- “मैं परम आदरणीय बहन मिस मायावती का कैडर हूं और उनके नेतृत्व में मैंने त्याग, निष्ठा और समर्पण की अविस्मरणीय शिक्षाएं सीखी हैं, यह सब मेरे लिए सिर्फ एक विचार नहीं बल्कि जीवन का उद्देश्य है। आदरणीय बहन जी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर की तरह है, मैं उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं और उस फैसले पर कायम हूं। आदरणीय बहन मिस मायावती का मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का फैसला मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही यह एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है।