शशिकांत दास: आरबीआई के पूर्व गवर्नर शशिकांत दास को केंद्र सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है।
शशिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधान सचिव बनाया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के मुताबिक, 6 साल तक उनके बैंक के कर्मचारी रहे शशिकांत दास को पिछले साल दिसंबर में पद से हटा दिया गया था।
केंद्रीय सहकारी समिति ने कहा है कि शशिकांत अगले आदेश तक मोदी के प्रधान सचिव के पद पर बने रहेंगे। शशिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सुपरस्टार-2 नियुक्त किया गया है। शशिकांत दास का कार्यकाल मोदी के साथ ही खत्म हो जाएगा।कैबिनेट महासचिव समिति ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि, “कैबिनेट महासचिव समिति ने सचिवालय में प्रधान सचिव-2 के रूप में सेवानिवृत्त (सेवानिवृत्त) (टीएम:80) शक्तिकांत दास की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
आपको बता दें कि शक्तिकांत दास ओडिशा के राजधानी में से एक हैं। वह तमिल कैडर के 1980 बैच के परिणाम अधिकारी हैं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने तमिल और केंद्र सरकार के लिए अलग-अलग पदों पर काम किया है। इससे पहले शक्तिकांत दास भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रह चुके हैं।
पूर्व रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकांत दास को का इंटर-2 नियुक्त किया गया है। कैबिनेट की प्रयोगशाला समिति ने शनिवार को यह सुझाव दिया है। समिति के कंसीलर कैसिनो ने फेसबुक पर जानकारी दी।शक्तिकांत दास ने 10 दिसंबर को आरबीआई गवर्नर का पद संभाला था। 22 फरवरी को उन्हें पीएम का सुपरस्टार नियुक्त किया गया। यानी फेसबुक के 75वें दिन वह प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अहम पद पर पहुंच गए।
चौथे पीके मिश्रा प्रधानमंत्री मोदी की स्थिति के घनत्व में शक्तिकांत दास नंबर एक पर हैं। शक्तिकांत दास दूसरे नंबर पर होंगे। दास तमिल कैडर के 1980 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। मिश्रा गुजरात कैडर के अधिकारी हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर होने के अलावा दास भारत के जी20 शेरपा और 15वें वित्त आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने अपने 42 साल के करियर में वित्त, निवेश और रेस्तरां के क्षेत्र में काम किया है।
दास द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्य…
1. लगातार दो बार दुनिया के शीर्ष बैंकर चुने गए
शक्तिकांत दास 2023 और 2024 में लगातार दो बार दुनिया के शीर्ष केंद्रीय बैंक चुने गए। शक्तिकांत दास को सेंट्रल बैंक रिपोर्ट कार्ड 2023 और 2024 में A+ ग्रेड मिला। यह ग्लोबल फाइनेंस एक्सचेंज इन ऑटोमोबाइल्स डी.सी., यूएसए है। शक्तिकांत दास को यह सम्मान स्थिर संतुलन, स्थिर संतुलन, स्थिरता और ब्याज पर नियंत्रण के लिए दिया गया।
2. कोरोना महामारी और युद्ध के बीच अर्थव्यवस्था को स्थिर रखा। RBI के गवर्नर दास ने भारत और दुनिया के सबसे अस्थिर दौर में कोरोना महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष जैसे संकटों में भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने में अहम भूमिका निभाई। कोरोना के दौरान दास के नेतृत्व में RBI ने नई-पुरानी आर्थिक नीतियों और नीतियों को लागू करने के लिए अस्थिरता और एसेट क्वालिटी को बनाए रखा।
3. निवेशकों द्वारा किए गए खुलासे में यस बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक के पतन से लेकर IL&FS संकट भी शामिल था। इसकी गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (NBFC) को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने यस बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक को दिवालिया घोषित कर दिया।
4. 2018 में जब दास ने नागालैंड की कमान संभाली, तब रिजर्व रेट 6.50% था। उनके नेतृत्व में RBI ने इक्विटी को बढ़ावा देने के लिए इसे घटाकर 4% पर ला दिया। बाद में शतरंज को नियंत्रित करने के लिए इसे फिर से बढ़ाकर 6.50% कर दिया गया।
5. देश के सूचीबद्ध बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) सितंबर 2024 तक 2.59% के लाभ स्तर पर थी, जबकि दिसंबर 2018 में यह 10.38% थी। इस दौरान बैंकों की लाभप्रदता में भी उछाल आया और बैंकों ने वित्त वर्ष 2023 में 2.63 लाख करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2018 में बैंकों को 32,400 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
शक्तिकांत दास 1980 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। शक्तिकांत दास 1980 बैच के सिविल सेवा अधिकारी (आईएएस) अधिकारी हैं। वे तमिल कैडर के अधिकारी हैं। वे मई 2017 से अद्वितीय मामलों के अनुक्रम थे। वे देश के 25वें राज्यपाल बने। नवंबर 2016 में जब मोनिका हुई, तब दास भी मुख्य मस्जिद में थे।
दास अलग-अलग सामानों पर जी रहे हैं। उन्होंने 15वें वित्त आयोग में सदस्य के रूप में भी काम किया। भारत का प्रतिनिधित्व ब्रिक्स, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और सार्क (SAARC) में किया जा चुका है। वह दिल्ली के स्टीफंस कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएट हैं।